अचानक तुम्हारे पीछे
कोई कुत्ता भौंके ,
तो क्या तुम रह सकते हो,
बिना चौंके,
अगर रह सकते हो
तो या तो तुम बहरे हो,
या फिर बहोत गहरे हो |
जीव के कुछ पलों को खूबसूरत बनाया है संगीत, गीत , कविताये, पद्य, गज़ले, नृत्य वाद्य और इन सब में निपुण कलाकाराने। इस ब्लॉग द्वारा मै उन, सब पलों को याद करना चाहता हु और उन सबको धन्यवाद् देना चाहता हु जिन्होंने इस जीवन को ख़ूबसूरत बनाया है |
अचानक तुम्हारे पीछे
1 comments:
अचानक तुम्हारे पीछे
कोई कुत्ता भौंके ,
तो क्या तुम रह सकते हो,
बिना चौंके,
ashok ji ham to chook gae hain......bahur achcha laga
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